स्वर्ण युग था सम्राट अशोक का शासनकाल: चौधरी


वर्चुअल माध्यम से मनाई गई सम्राट अशोक की 2365 वीं जयंती



पटना। अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज (भारत) के तत्वावधान में सम्राट अशोक का २३६५ वीं जन्माष्टमी महोत्सव वर्चुअल समारोह संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

कार्यक्रम का शुभारंीा सम्राट अशोक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। वर्चुअल समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी मंत्री शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक का शासन काल स्वर्ण युग कहलाया क्योंकि सम्राट अशोक ने अपने शासनकाल को दो रूपों में संचालित किया। पहला उन्होंने तलवार के बल पर संपूर्ण विश्व की रियासतों को जीता और कलंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाकर अपने साथ-साथ अपने पुत्र महेन्द्र और बेटी संघमित्रा को प्रचार के लिए विश्व के कौने-कौन में भेजा। उसी का परिणाम है कि वर्मा, चीन, श्रीलंका, भूटान, नेपाल एवं जापान आदि देशों में बौद्ध धर्म के अनुयायी बने। वहीं विधान पार्षद सीपी सिन्हा ने कहा कि सम्राट अशोक की नीतियों को अपनाकर ही हम फिर से विश्व गुरू बन सकते हैं। विधान पार्षद रामेश्वर कुमार महतों ने कहा कि देश में महान सम्राट अशोक की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश होना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अखंड भारत का फिर से निर्माण करना है। साथ ही अखंड भारत का वृहत सम्राज्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। बिहार प्रदेश अध्यक्ष हरि ओम कुशवाहा ने कहा कि हमें फिर से सम्राट अशोक कालीन शासन व्यवस्था को अपनाना होगा जिससे अपनी सौहार्द एवं शक्तिशाली देश का निर्माण होगा।

कार्यक्र के अंत में पूर्व मंत्री व तारापुर के विधायक स्व. डॉ. मेवालाल चौधरी के असामायिक निधन पर एक मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैâप्टन चंदन कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र कुशवाह, संगठन सचिव जयप्रकाश मौर्य, राष्ट्रीय सलाहकार मुकेश कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव राममिलन कुशवाहा मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार कुशवाह, उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुशवाहा, पश्चिम बंगला के प्रदेश अध्यक्ष अरूण महतो समेत देशभर से कई सदस्यों ने इस वर्चुअल रैली में शिरकत की।