औरंगाबाद। शहर से सटे बड़की बेला गांव निवासी व सादगी जीवन जीने के लिए जाने वाले १३० वर्षीय प्रभु मेहता अब इस दुनिया में नहीं रहे।
इधर जैसे ही उनके निधन की खबर इलाके में पैâली वैसे ही लोगों का जनसैलाब गांव में उमड़ पड़ा, सैकड़ों लोग पहुंचे और व्यक्तित्व के धनी स्व. मेहता को श्रद्धांजलि अर्पित की, भाजपा के पूर्व जिला
ध्यक्ष दशरथ मेहता, मनोज प्रचारक सहित अन्य समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों ने दो मिनट का मौन रख मृत आत्मा को श्रद्धांजलि दी, हर किसी ने कहा कि वे औरंगाबाद जिले के लिए एक धरोहर थे, ज्ञात हो कि प्रभु मेहता दर्जनों परपोते और पोतियों के परदादा थे।
आजादी की लड़ाई के पहले क्रांतिकारियों द्वारा पूंâकी गई बिगुल को अपने शब्दों में बयां करते थे, पता चला कि उनके पोते की उम्र ५० साल से अधिक है, सबसे बड़ी बात यह है कि पूरे परिवार को एक साथ समेटकर वे चलते रहे।