युवा पीढ़ी को शिक्षित करें

  मृत्यु भोज मांस मदिरा के भक्षण पर धनराशि ना खर्च करते हुए उस राशि को अपने बच्चों की शिक्षा पर खर्च करें जिससे युवा पीढ़ी पढ़ लिख कर समाज एवं देश के लिए अच्छा कार्य कर सकें  शिक्षित व्यक्ति सही मायने में सबसे धनी व्यक्ति होता है रुपए पैसा गाड़ी बंगला जेवर यह सब वस्तुएं एक समय के बाद समाप्त हो जाती हैं लेकिन शिक्षा ही एक ऐसा धन है इसे कितना भी खर्च करो बढ़ता ही जाता है विद्वान व्यक्ति की हर जगह प्रशंसा होती है पढ़े-लिखे व्यक्ति को समाज में उच्च स्थान प्राप्त होता है विद्या ही एक ऐसा धन है जिसे ना चोर चुरा सकता है नाही कोई बांट सकता है और ना ही कोई मवाली इसे छीन सकता है विद्या ही एकमात्र ऐसा धन है जिसे प्राकृतिक आपदा भी इसे नष्ट नहीं कर पाती और अनुभव के साथ साथ यह बढ़ता ही जाता है        साथियों हमारे महापुरुषों ने कहा है कि एक रोटी कम खाओ लेकिन अपने बच्चों को जरूर बढ़ाओ क्योंकि शिक्षा शेरनी के दूध की तरह होती है जो इसे जितना पीता है उतना ही दहाड़ता है और कहां है कि आज के युग में शिक्षा मास्टर चाबी की तरह होती है जिससे मनुष्य अपनी उन्नति और विकास की सभी दरवाजे खोल सकता है !
     आज की युवा पीढ़ी से मैं कहना चाहूंगा कि मूर्खों से अपनी तारीफ सुनने से अच्छा है कि आप किसी बुद्धिमान की डांट सुने
जय कुशवाहा समाज जय महात्माफुले!